Monday, March 26, 2018

आज देवी कालरात्रि पूजा में एक गुड़ की डली वीडियो देखने मात्र से ही मिलेगा 1000 गुना फल

आज देवी कालरात्रि पूजा में एक गुड़ की डली वीडियो देखने मात्र से ही मिलेगा 1000 गुना फल
आज देवी कालरात्रि पूजा में एक गुड़ की डली वीडियो देखने मात्र से ही मिलेगा 1000 गुना फल आज नवरात्र का सातवां दिन है। देवीभाग्वत पुराण के अनुसार इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा का विधान है। नवरात्र के सातवें दिन महाशक्ति मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने से काल का नाश होता है. इसी वजह से मां के इस रूप को कालरात्रि कहा जाता है. असुरों के राजा रक्तबीज का वध करने के लिए देवी दुर्गा ने अपने तेज से इन्हें उत्पन्न किया था. इनकी पूजा शुभ फलदायी होने के कारण इन्हें ‘शुभंकारी’ भी कहते हैं. इनके तीन नेत्र हैं और चार हाथ हैं जिनमें एक में खड्ग अर्थात् तलवार है तो दूसरे में लौह अस्त्र है, तीसरे हाथ में अभयमुद्रा है और चौथे हाथ में वरमुद्रा है। इनका वाहन गर्दभ अर्थात् गधा है। कालरात्रि होने के कारण ऐसा विश्वास है कि ये अपने उपासकों को काल से बचाती हैं अर्थात उनकी अकाल मृत्यु नहीं होती। इन्हें सभी सिद्धियों की भी देवी कहा जाता है, इसीलिये सभी तंत्र मंत्र के उपासक इस दिन इनकी विशेष रूप से पूजा करते हैं। इनके नाम के उच्चारण मात्र से ही भूत, प्रेत, राक्षस, दानव और सभी पैशाचिक शक्तियां भाग जाती हैं। माना जाता है कि इस दिन इनकी पूजा करने वाले साधक का मन सहस्रार चक्र में स्थित होता है। इनकी पूजा में गुड़ के भोग का विशेष महत्व है। अड़हुल और गुड़ के अर्पण से माता होती हैं प्रसन्न, करती हैं मनोकामना पूरी।


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